भगवान शंकर को बेलपत्र के अलावा इन पत्तों को चढ़ाने से निःसंतान भी संतान प्राप्त कर सकते हे
इसी सावन मास में कोई निःसंतान माता-बहने संतान की कामना से शिवलिंग पर पूरे सावन भर इन पत्तों को श्रद्धापूर्वक अर्पित करें तो शिव कृपा से उनकी सूनी गोद भर जायेगी।
बांस के पत्ते कों पूरे सावन मास चलने तक शिवलिंग पर चढ़ाने से निःसंतान परिवारों को संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है।
सावन मास में शिवजी को हर रोज धूतरे का ताजा फल चढ़ाने से रोगों से मुक्ति मिल जाती है, संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है।
सावन में भांग के पत्ते भोलेबाबा को अर्पित करने से वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं।
शिवपुराण में पवित्र सावन मास में आक (अकाव, मदार) के पत्ते और फूल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होकर सभी कामना पूरी करते हैं।
धतूरे का फल और पत्ता दोनों ही शिव जी को प्रिय है.यदि आपके पास शिव जी को चढ़ाने के लिए धतूरे का फल नहीं है तो आप पत्ते भी चढ़ा सकते हैं.