हिन्दू धर्म में कुत्ते को घर में पालना वर्जित है, लेकिन बाहर पास सकते हैं।

आओ जानते हैं कुत्ता पालने के  फायदे और नुकसान।

कुत्ते को हिन्दू देवता भैरव महाराज का सेवक माना जाता है।

कुत्ते को भोजन देने से भैरव महाराज प्रसन्न होते हैं

कुत्ते को प्रसन्न रखने से वह आपके आसपास यमदूत को भी नहीं फटकने देता है

कुत्ता एक ऐसा प्राणी है, जो भविष्य में होने वाली घटनाओं और आत्माओं को देखने की क्षमता रखता है।

कुत्ता कई किलोमीटर दूर तक की गंध सूंघ सकता है।

कुत्ते को देखकर हर तरह की आत्माएं दूर भागने लगती हैं।

लाल किताब में बताया गया है कि संतान सुख में बाधा आने पर काला कुत्ता अथवा काला और सफेद कुत्ता पालन चाहिए।

इससे संतान सुख की प्राप्ति होती है। यह उपाय संतान के स्वास्थ्य के लिए भी शुभ कारगर होता है।

कुत्ता काला या काला-सफेद होना चाहिए लेकिन इस बात का घ्यान रखें कि उस कुत्ते के नाखुनों की संख्या 22 या इससे ज्यादा होनी चाहिए।

काला कुत्ता पालने से आपका रूका हुआ पैसा वापस आने लग जाता है।

कुत्ता पालने नुकसान

कहते हैं जहां कुत्ता होता हैं वहां देवआत्माएं नहीं आती हैं। पूजा पाठ सब व्यर्थ हो जाते हैं।