सांप के काटे निशान देखकर जाने, किस कारण काटा है सांप ने?

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सांप के काटे निशान देखकर जाने, किस कारण काटा है सांप ने?

भविष्य पुराण के पांचमी कल्प में सांपों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें राजा शतानीक और महर्षि सुमंतु के बीच एक संवाद का उल्लेख है। राजा शतानीक महर्षि सुमंतु से सांपों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। वे उनसे सांपों की उत्पत्ति, उनके स्वभाव, उनकी शक्तियां और उनकी आदतों के बारे में पूछते हैं।

महर्षि सुमंतु उन्हें बताते हैं कि सांप भगवान विष्णु का अवतार हैं। वे पृथ्वी पर निवास करने वाले जीवों की रक्षा करते हैं। सांपों के कई प्रकार हैं, जिनमें से कुछ जहरीले होते हैं और कुछ नहीं। जहरीले सांपों के विष का उपयोग वे शिकार को मारने के लिए करते हैं।

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सांपों के स्वभाव के बारे में महर्षि सुमंतु कहते हैं कि वे आमतौर पर शांतिप्रिय होते हैं। वे केवल तभी काटते हैं जब उन्हें खतरा महसूस होता है। सांपों की शक्तियां भी बहुत बड़ी होती हैं। वे अपने शरीर को किसी भी आकार में बदल सकते हैं और वे दीवारों और छतों पर चल सकते हैं।

सांपों की आदतों के बारे में महर्षि सुमंतु कहते हैं कि वे रात में सक्रिय होते हैं। वे आमतौर पर जंगलों, पहाड़ों और नदियों के किनारे पाए जाते हैं। सांप अंडे देते हैं और उनके अंडे से छोटे-छोटे सांप निकलते हैं।

राजा शतानीक महर्षि सुमंतु से सांप के काटने के कारणों के बारे में भी पूछते हैं। महर्षि सुमंतु उन्हें बताते हैं कि सांप आमतौर पर तभी काटते हैं जब उन्हें खतरा महसूस होता है। वे किसी व्यक्ति को तब भी काट सकते हैं जब वह उन्हें परेशान करे या जब वह उनकी गुफा में घुस जाए।

महर्षि सुमंतु सांप के काटने के कुछ विशेष कारण भी बताते हैं। वे कहते हैं कि सांप किसी व्यक्ति को बदला लेने के लिए, अपने बच्चों की रक्षा के लिए या काल की प्रेरणा से भी काट सकते हैं।

महर्षि कश्यप के अनुसार, सांप किसी भी व्यक्ति को केवल 8 कारणों से काटता है।

सांप के काटे निशान देखकर जाने, किस कारण काटा है सांप ने

सांप के काटने के बाद जो निशान व्यक्ति के शरीर पर बनता है, उस निशान के आकार को देखकर जाना जा सकता है कि आखिर किस कारण से सांप ने काटा है।

  • अगर सांप काटते ही पेट की तरफ उल्टा हो जाता है तो उसकी दाढ़ टेढ़ी हो जाती है। ऐसा होता दिखे तो समझ जाना चाहिए कि सांप ने दबाव पड़ने के कारण काटा है।
  • यदि सांप के काटने से बहुत बड़ा घाव हो गया है तो समझना चाहिए कि सांप ने किसी द्वेष के कारण काटा है।
  • यदि सांप के काटने के बाद एक दाढ़ का निशान बने और वह निशान भी ठीक से दिखाई न दे तो समझना चाहिए कि सांप ने भय के कारण काटा है।
  • अगर सांप के काटने के बाद दाढ़ का निशान किसी रेखा की तरह बना है तो समझना चाहिए कि सांप ने मद के कारण काटा है।
  • अगर सांप के काटने के बाद दो दाढ़ का निशान दिखाई दे और घाव बड़ा हो तो समझना चाहिए कि सांप ने भूख के कारण काटा है।
  • अगर दो दाढ़ का निशान दिखाई दे और निशान रक्त से भर जाए तो समझना चाहिए कि सांप ने विष के वेग के कारण काटा है।
  • अगर सांप के काटने के बाद निशान के रूप में दो दाढ़ दिखाई दें किन्तु घाव न बने तो समझना चाहिए कि आस-पास कहीं सांप के बच्चे हैं और उनकी रक्षा के लिए उसने काटा है।
  • जब सांप किसी व्यक्ति को काल की प्रेरणा के कारण काटता है तो काटी हुई जगह पर कौवे के पैर की तरह 3 या 4 दाढ़ का गहरा निशान बन जाता है।
    इस तरह का निशान होने पर समझना चाहिए कि यह असाध्य है और इसकी चिकित्सा नहीं है। यह निशान इस बात का संकेत है कि मृत्यु ने स्वयं सर्प रूप धारण करके व्यक्ति पर आघार किया है।

सांप के काटने का कारण

भविष्य पुराण के अनुसार, सांप के काटने के मुख्य कारण हैं:

खतरे की भावना
परेशानी
गुफा में घुसना
बदला लेने की भावना
बच्चों की रक्षा
काल की प्रेरणा
इनमें से सबसे आम कारण खतरे की भावना है। सांप एक प्राकृतिक शिकारी है और वह किसी भी चीज से डरता है जो उसे खतरा पैदा कर सकती है। जब कोई व्यक्ति या जानवर सांप के करीब जाता है, तो सांप को खतरा महसूस हो सकता है और वह काट सकता है।