20+मसूरी में घूमने की जगह, घूमने का खर्च और जाने का सही समय

मसूरी भारत के उत्तराखंड राज्य का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे “पहाड़ों की रानी” भी कहा जाता है। मसूरी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, लोकप्रियता और आरामदायक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।आपको बात दे मसूरी भारत का पांचवा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला हिल स्टेशन है

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हैलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लाग shubhknowledge.com मे अगर आप मसूरी जाने का सोच रहे है तो इस लेख मे हम आपको बताने वाले हैकि – मसूरी घूमने की जगह (places to visit in mussoorie) मसूरी किस लिए प्रसिद्ध है , मसूरी में सबसे अच्छी जगह कौन सी है, आपको मसूरी किस महीने में जाना चाहिए, मसूरी ट्रिप में कितना खर्चा आता है इसके अलावा मसूरी की फेमस चीज क्या है? इन सभी सवालों के जवाव के लिए इस लेख को पूरा पढ़े ।

मसूरी झील: देहरादून का एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट

मसूरी क्यों प्रसिद्ध है

मसूरी भारत के उत्तराखंड राज्य का एक पर्वतीय नगर है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, लोकप्रियता और आरामदायक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। मसूरी हिमालय की सुंदरता का एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करता है। यहां से बद्रीनाथ, केदारनाथ, बंदरपुंच, श्री कांथा और नंददेवी चोटियों के शानदार दृश्य देखे जा सकते हैं। मसूरी भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। मसूरी एक आरामदायक और सुहावना स्थान है। यहां का मौसम साल भर सुहावना रहता है।

मसूरी घूमने की जगह (places to visit in mussoorie)

क्लाउड एंड: मसूरी की सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक

क्लाउड एंड मसूरी का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मसूरी शहर से लगभग 6 किलोमीटर दूर, लाइब्रेरी रोड पर स्थित है। यह स्थान अपने अद्भुत दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहां से हिमालय की चोटियों का शानदार दृश्य देखा जा सकता है।क्लाउड एंड तक पहुंचने के लिए आप हैप्पी वेली क्षेत्र से हाथी पाँव रोड पर ट्रैकिंग कर सकते हैं। यह एक छोटा सा ट्रैक है, जिसे आप आसानी से पूरा कर सकते हैं। ट्रैकिंग के दौरान आपको हरे-भरे देवदार और ओक के जंगलों से गुजरना होगा।

क्लाउड एंड पर पहुंचने पर आपको पूरे दिन आश्चर्यजनक दृश्य देखने को मिलेंगे। सुबह के समय यहां से सूरज को उठते हुए देखना एक अद्भुत अनुभव होता है। शाम के समय यहां से सूरज को डूबते हुए देखना भी बहुत ही खूबसूरत होता है।

क्लाउड एंड सभी पर्यटकों और फोटोग्राफरों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। यहां से आप मसूरी शहर और हिमालय की चोटियों की खूबसूरत तस्वीरें ले सकते हैं।

क्लाउड एंड नाम एक ब्रिटिश अधिकारी ने रखा था, जो यहां की अलौकिक सुंदरता से मोहित हो गया था। इस बिंदु पर पहुंचने पर और बादलों को परिदृश्य में घिरा हुआ देखकर उन्होंने कहा, “यह वह जगह है जहां पर बादल समाप्त होते हैं।”

क्लाउड एंड एक ऐसा स्थान है जहां आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। अगर आप मसूरी घूमने जा रहे हैं, तो क्लाउड एंड जरूर जाएँ।

लाल टिब्बा: मसूरी का सबसे ऊंचा और लोकप्रिय पर्यटन स्थल

मसूरी में घूमने की 10 ख़ूबसूरत जगह – Mussoorie Mein Ghumne Ki jagah

लाल टिब्बा मसूरी का सबसे ऊंचा और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह मसूरी शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर, लैंडौर क्षेत्र में स्थित है। इस स्थान का नाम इसके लाल रंग के मिट्टी के कारण पड़ा है,लाल टिब्बा तक पहुंचने के लिए आप टैक्सी, बस या पैदल जा सकते हैं। पैदल जाने के लिए आप माल रोड से शुरू होने वाली लाल टिब्बा ट्रेकिंग ट्रैक का उपयोग कर सकते हैं। यह ट्रेकिंग ट्रैक लगभग 2 किलोमीटर लंबा है और इसे पूरा करने में लगभग 1 घंटा लगता है,लाल टिब्बा पर पहुंचने पर आपको हिमालय की चोटियों का शानदार दृश्य देखने को मिलेगा। यहां से आप बद्रीनाथ, केदारनाथ, बंदरपंच, नंदा देवी और अन्य हिमालय पर्वत की चोटियों को देख सकते हैं,लाल टिब्बा पर एक 20 मीटर ऊंचा टावर है, जिस पर एक टेलिस्कोप लगा हुआ है। इस टेलिस्कोप का उपयोग करके आप हिमालय की चोटियों का और भी करीब से देख सकते हैं,लाल टिब्बा पर घुड़सवारी का भी आनंद लिया जा सकता है। यहां पर कई घुड़सवारी क्लब हैं, जो आपको घुड़सवारी का अनुभव प्रदान करते हैं।

मसूरी झील: देहरादून का एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट

मसूरी झील: देहरादून का एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट

मसूरी झील देहरादून-मसूरी रोड पर मसूरी से लगभग 6 किलोमीटर पहले स्थित एक खूबसूरत मानव निर्मित झील है। यह झील सिटी बोर्ड और मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित की गई थी,झील के चारों ओर से दून घाटी के अद्भुत दृश्य और मसूरी की पहाड़ियों के दृश्य शामिल हैं। सुंदर झील की शांति का आनंद लेने के लिए पेडलेड नावें वहाँ पर लगी रहती हैं। यह झील परिवार के साथ मौज-मस्ती और क्वालिटी टाइम बिताने के लिए एक आदर्श पिकनिक स्पॉट है,मसूरी झील का सबसे अच्छा समय मानसून के दौरान होता है, जब झील का पानी अधिक शांत और स्वच्छ होता है। इस दौरान झील के किनारे कई तरह के फूल और पौधे खिलते हैं, जो झील की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं,मसूरी झील में प्रवेश शुल्क मामूली है और झील वर्ष के सभी दिनों में खुली रहती है। यहां पर पर्यटकों के खान-पान का ध्यान रखने के लिए कई दुकानें उपस्थित रहती हैं, जहां से आप गर्मा-गर्म चीजों का आनंद ले सकते हैं।

माल रोड: मसूरी की खरीदारी की राजधानी

माल रोड मसूरी का मुख्य खरीदारी हब है। यह हिल स्टेशन के अधिकांश प्रसिद्ध स्टोरों का घर है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रोजमर्रा की जरूरी चीजों, ऊनी कपड़ों, प्राचीन वस्तुओं और शॉल से लेकर हर चीज बेचते हैं।

माल रोड पर खरीदारी करना एक मजेदार अनुभव है। यहां की दुकानें रंगीन और जीवंत हैं, और यहां के दुकानदार हमेशा ग्राहकों का स्वागत करने के लिए तैयार रहते हैं। बार्गिनिंग करना भी यहां आम बात है, इसलिए यदि आप अच्छी बातचीत कौशल में कुशल हैं तो आप एक अच्छी खरीदारी कर सकते हैं और अच्छे सामान प्राप्त कर सकते हैं।

माल रोड पर खरीदारी करने के लिए कुछ लोकप्रिय वस्तुएं हैं:

  • ऊनी कपड़े: मसूरी ऊनी कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आपको विभिन्न प्रकार के ऊनी कपड़े मिलेंगे, जिनमें स्वेटर, कार्डिगन, स्कार्फ, शॉल और यहां तक कि ऊनी टोपी और दस्ताने भी शामिल हैं।
  • प्राचीन वस्तुएं: मसूरी में कई दुकानें हैं जो प्राचीन वस्तुएं बेचती हैं। यहां आपको विभिन्न प्रकार की प्राचीन वस्तुएं मिल सकती हैं, जिनमें कलाकृतियां, हस्तशिल्प और यहां तक कि पुराने सिक्के भी शामिल हैं।
  • शॉल: मसूरी शॉल के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां आपको विभिन्न प्रकार के शॉल मिलेंगे, जिनमें कश्मीरी शॉल, पटियाला शॉल और यहां तक कि तिब्बती शॉल भी शामिल हैं।

यदि आप मसूरी में खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं, तो माल रोड एक निश्चित रूप से देखना चाहिए। यह मसूरी में खरीदारी के लिए सबसे अच्छा स्थान है।

माल रोड पर खरीदारी करने के लिए कुछ सुझाव

  • सुबह जल्दी या शाम को देर से खरीदारी करने का प्रयास करें। इस समय दुकानें कम भीड़भाड़ वाली होती हैं और आप बेहतर सौदे कर सकते हैं।
  • बार्गिन करने से न डरें। माल रोड पर बार्गिनिंग करना आम बात है। इसलिए, जब आप कोई सामान खरीद रहे हों, तो बेझिझक सौदेबाजी करें।
  • अपने सामान की जांच करें। माल रोड पर कुछ दुकानें नकली सामान बेचती हैं। इसलिए, जब आप कोई सामान खरीद रहे हों, तो उसकी अच्छी तरह जांच करें।


चाइल्डर्स लाज़: मसूरी की सबसे ऊंची चोटी

चाइल्डर्स लाज़ मसूरी की सबसे ऊंची चोटी है। यह लाल टिब्बा के पास स्थित है और इसकी ऊंचाई 2,428 मीटर है। चाइल्डर्स लाज़ पर पहुंचने के लिए घोड़े या पैदल चलना पड़ता है।

चाइल्डर्स लाज़ पर पहुंचने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह जल्दी या शाम को देर से है। इस समय मौसम ठंडा होता है और धूप कम होती है, जिससे चढ़ाई आसान हो जाती है।

चाइल्डर्स लाज़ पर पहुंचने के बाद आपको बर्फ से ढके हिमालय की चोटियों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा। यह दृश्य वाकई मंत्रमुग्ध करने वाला होता है।

चाइल्डर्स लाज़ पर पहुंचने के लिए कुछ सुझाव:

  • सुबह जल्दी या शाम को देर से चढ़ाई शुरू करें।
  • अपने साथ पर्याप्त पानी और भोजन ले जाएं।
  • अगर आप पैदल चलकर चढ़ रहे हैं, तो आरामदायक जूते पहनें।

चाइल्डर्स लाज़ मसूरी में घूमने के लिए एक शानदार जगह है। अगर आप मसूरी आ रहे हैं, तो चाइल्डर्स लाज़ पर जरूर जाएं।

चाइल्डर्स लाज़ के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • चाइल्डर्स लाज़ का नाम ब्रिटिश अधिकारियों के बच्चों के नाम पर रखा गया है, जो अक्सर यहां पिकनिक मनाने आया करते थे।
  • चाइल्डर्स लाज़ पर एक छोटा मंदिर भी है, जहां आप पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
  • चाइल्डर्स लाज़ पर कई तरह के पक्षी भी पाए जाते हैं।

केम्पटी फॉल्स: मसूरी का एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट

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केम्पटी फॉल्स देहरादून और मसूरी के बीच में स्थित एक खूबसूरत झरना है। यह मसूरी के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। केम्पटी फॉल्स समुद्र तल से लगभग 4,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह झरना चारों तरफ से ऊँची और खड़ी ढलान वाली पहाड़ियों से घिरा हुआ है।

केम्पटी फॉल्स का नाम “कैंप” और “टी” शब्दों से मिलकर बना है। इसका मतलब है “चाय का कैंप”। ऐसा कहा जाता है कि ब्रिटिश अधिकारियों ने यहां शाम को चाय पार्टियों का आयोजन किया करता था। इस वजह से इस जगह का नाम केम्पटी पड़ गया।

केम्पटी फॉल्स का दायरा लगभग 100 फीट है। झरने का पानी बहुत ही ठंडा और मीठा होता है। झरने के नीचे एक तालाब है, जहां लोग नहाने और मछली पकड़ने का आनंद लेते हैं।

केम्पटी फॉल्स एक शानदार पिकनिक स्पॉट है। यहां पर आप परिवार और दोस्तों के साथ एक दिन की सुंदर सैर का आनंद ले सकते हैं।

केम्पटी फॉल्स घूमने के लिए कुछ सुझाव

  • केम्पटी फॉल्स घूमने का सबसे अच्छा समय सुबह जल्दी या शाम को देर से है। इस समय मौसम ठंडा होता है और धूप कम होती है, जिससे आप झरने का आनंद ले सकते हैं।
  • केम्पटी फॉल्स तक पहुंचने के लिए आप टैक्सी, बस या पैदल जा सकते हैं।
  • केम्पटी फॉल्स के पास खाने-पीने की कई दुकानें हैं। आप यहां पर स्थानीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।

अगर आप मसूरी घूमने जा रहे हैं, तो केम्पटी फॉल्स जरूर जाएँ। यह एक खूबसूरत जगह है, जहां आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।

लण्ढोर

मसूरी की भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर घूमने का आनंद लेने के बाद, लण्ढोर की सैर के लिए भी थोड़ा समय निकालें। लण्ढोर के चारों ओर देवदार के पेड़ों के घने जंगल हैं और यह उत्तराखंड में पश्चिमी हिमालय की तराई में बसा बेहद मनोरम रमणीय शहर है। यह स्थान मसूरी के सबसे लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों में से एक है, जहाँ से हिमालय का बेहद सुहावना दृश्य दिखाई देता है। यहाँ आते समय अपना दूरबीन और कैमरा साथ लाना बिल्कुल न भूलें, ताकि आप शानदार नजारे का आनंद ले सकें और अद्भुत तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद कर सकें।

कंपनी गार्डन: मसूरी की हरी-भरी शान

मसूरी के माल रोड से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित कंपनी गार्डन, शहर की सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक खूबसूरत बगीचा है जो अपने हरे-भरे पेड़-पौधों, सुंदर फव्वारों, मनमोहक झील और रंग-बिरंगे फूलों के लिए जाना जाता है।

कंपनी गार्डन का निर्माण 1824 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा किया गया था। इसका डिजाइन डॉ. एच. फैकनर ने तैयार किया था, जिन्होंने मसूरी के कई अन्य पार्कों और उद्यानों का भी डिजाइन किया था। कंपनी गार्डन का रखरखाव मसूरी गार्डन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा किया जाता है।

बगीचे में प्रवेश करने पर आपको एक विशाल फव्वारा दिखाई देगा। इसके बाद आप हरे-भरे पेड़ों और फूलों के बीच से गुजरते हुए झील तक पहुँचेंगे। झील के किनारे आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। बगीचे में एक कैक्टस गार्डन भी है, जहाँ आप विभिन्न प्रकार के कैक्टस देख सकते हैं।

कंपनी गार्डन एक आदर्श स्थान है जहाँ आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं। यहाँ आप प्रकृति के बीच शांति और सुकून का आनंद ले सकते हैं

कंपनी गार्डन की यात्रा के लिए सुझाव:

  • बगीचे का समय सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक है।
  • बगीचे में प्रवेश शुल्क ₹25 प्रति व्यक्ति है।
  • बगीचे में बोटिंग का शुल्क ₹75 से ₹150 प्रति व्यक्ति है।

दलाई हिल्स

दलाई हिल्स उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है, जो मसूरी में हैप्पी वैली के नजदीक स्थित है। दलाई हिल्स से गढ़वाल पर्वतमाला दिखाई देती है और इस जगह को तिब्बती प्रार्थना झंडे तथा भगवान बुद्ध की मूर्तियों के लिए जाना जाता है। यहाँ एक बौद्ध मंदिर भी है।

यह बेहद शांत और काफी खूबसूरत स्थान है, जो डूबते हुए सूरज का शानदार नजारा देखने, परिवार के साथ पिकनिक मनाने, कैंपिंग करने और तस्वीरें लेने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यहाँ आस-पास के फूड स्टॉल पर खाने-पीने के सामान उपलब्ध हैं।

झरीपानी फॉल्स: प्रकृति की सुंदरता का अद्भुत नज़ारा

मसूरी उत्तराखंड का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहाँ कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। झरीपानी फॉल्स भी मसूरी का एक ऐसा ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

झरीपानी फॉल्स मसूरी से लगभग 9 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक छोटा लेकिन सुंदर झरना है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। झरने की ऊंचाई लगभग 50 फीट है और यह शिवालिक पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित है।

झरीपानी फॉल्स एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल भी है। यहाँ कई तरह की वाटर एक्टिविटी भी उपलब्ध हैं, जैसे कि तैराकी, स्नॉर्कलिंग, और राफ्टिंग। यह स्थान एडवेंचर पसंद करने वाले लोगों के बीच बेहद मशहूर है।

झरीपानी फॉल्स मानसून के मौसम में सबसे ज्यादा खूबसूरत लगता है। इस मौसम में झरने से गिरता पानी का प्रवाह बहुत तेज होता है और यहाँ का नजारा देखते ही बनता है।

देवलसारी: प्रकृति और एडवेंचर का स्वर्ग

देवलसारी, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह मसूरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर अगलर घाटी में स्थित है। देवलसारी अपने प्राकृतिक सौंदर्य, पक्षी विविधता और एडवेंचर के लिए जाना जाता है।

देवलसारी चारों तरफ से हरे-भरे घास के मैदानों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहाँ की वादियों का दृश्य अद्भुत है। यहाँ पक्षियों की 60 से अधिक प्रजातियाँ और रंग-बिरंगी तितलियों की 70 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

देवलसारी ट्रैकिंग के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। यहाँ से नाग टिब्बा, या नाग चोटी तक पहुँचने के लिए बेस कैंप देवलसारी ही है। नाग टिब्बा एक 1,575 मीटर ऊंचा पर्वत शिखर है। यहाँ से टिहरी शहर और आसपास के पहाड़ों का शानदार दृश्य दिखाई देता है।

देवलसारी उन पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान है जो प्रकृति प्रेमी हैं और एडवेंचर पसंद करते हैं। यहाँ आप शांति और सुकून का आनंद ले सकते हैं और साथ ही प्रकृति के खूबसूरत नजारों का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

देवलसारी: प्रकृति और एडवेंचर का स्वर्ग

देवलसारी, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह मसूरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर अगलर घाटी में स्थित है। देवलसारी अपने प्राकृतिक सौंदर्य, पक्षी विविधता और एडवेंचर के लिए जाना जाता है।

प्रकृति का स्वर्ग

देवलसारी चारों तरफ से हरे-भरे घास के मैदानों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहाँ की वादियों का दृश्य अद्भुत है। यहाँ आप दूर तक फैली हरियाली, नीले आसमान और सफेद बादलों का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।

पक्षियों का स्वर्ग

देवलसारी पक्षियों का भी स्वर्ग है। यहाँ पक्षियों की 60 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। आप यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं, जैसे कि तोते, गौरैया, कबूतर, तीतर, आदि।

तितलियों का स्वर्ग

देवलसारी तितलियों का भी स्वर्ग है। यहाँ तितलियों की 70 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। आप यहाँ विभिन्न प्रकार की तितलियों को देख सकते हैं, जैसे कि मोरपंख, नीली पतंग, आदि।

एडवेंचर का स्वर्ग

देवलसारी ट्रैकिंग और अन्य एडवेंचर गतिविधियों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। यहाँ से नाग टिब्बा, या नाग चोटी तक पहुँचने के लिए बेस कैंप देवलसारी ही है। नाग टिब्बा एक 1,575 मीटर ऊंचा पर्वत शिखर है। यहाँ से टिहरी शहर और आसपास के पहाड़ों का शानदार दृश्य दिखाई देता है।

देवलसारी के लिए सुझाव

  • देवलसारी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच का है।
  • देवलसारी पहुँचने के लिए सबसे अच्छा तरीका सड़क मार्ग है।
  • देवलसारी में ठहरने के लिए कई होटल और गेस्टहाउस उपलब्ध हैं।
  • देवलसारी में खाने-पीने की चीजें उपलब्ध हैं, लेकिन आप अपने साथ कुछ पैक करके भी ले जा सकते हैं।

देवलसारी: एक आदर्श पर्यटन स्थल

देवलसारी प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर पसंद करने वालों के लिए एक आदर्श पर्यटन स्थल है। यहाँ आप शांति और सुकून का आनंद ले सकते हैं और साथ ही प्रकृति के खूबसूरत नजारों का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

व्हाइट वाटर राफ्टिंग: मसूरी का सबसे रोमांचक खेल

rishikesh in december rafting

मसूरी, उत्तराखंड का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक गतिविधियों के लिए यहाँ हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। मसूरी में व्हाइट वाटर राफ्टिंग एक सबसे लोकप्रिय गतिविधि है।

व्हाइट वाटर राफ्टिंग एक साहसिक खेल है जिसमें राफ्टर्स तेज बहते पानी में राफ्ट की सवारी करते हैं। मसूरी में यमुना नदी में व्हाइट वाटर राफ्टिंग की जाती है। यमुना नदी की धारा तेज और पानी साफ होने के कारण यहाँ व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए एक आदर्श स्थान है।

व्हाइट वाटर राफ्टिंग एक सुरक्षित खेल है, लेकिन इसे करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। व्हाइट वाटर राफ्टिंग करने के लिए एक अनुभवी गाइड की निगरानी में होना आवश्यक है। गाइड आपको राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा के बारे में बताएगा और आपको राफ्टिंग के सही तरीके को सिखाएगा।

व्हाइट वाटर राफ्टिंग एक रोमांचक और यादगार अनुभव है। यहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं और एक नया अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

कैमल्स बैक रोड

मसूरी में घूमने-फिरने की शानदार जगहों में कैमल्स बैक रोड भी शामिल है। यह स्थान पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है जहाँ लोग हरी-भरी वादियों में घूमने और खूबसूरत नजारे का आनंद ले सकते हैं। 3 किमी लंबी यह सड़क ऊंट के कूबड़ की तरह दिखती है और इसी वजह से इस जगह को यह नाम दिया गया है, जहाँ लोग सुबह और शाम के वक्त घूमना ज्यादा पसंद करते हैं।

गन हिल: मसूरी की शानदार चोटी

हर सीजन में स्वर्ग है MP का ये अकेला हिल स्टेशन

मसूरी के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक गन हिल है। यह एक सुप्त ज्वालामुखी है जो 2,024 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। गन हिल की चोटी से दून घाटी, मसूरी शहर और हिमालय पर्वतमाला के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं।

गन हिल अपने रोपवे के लिए भी जाना जाता है। रोपवे से केवल 5 मिनट में आप गन हिल की चोटी तक पहुँच सकते हैं। रोपवे से उतरते ही आप बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला के अद्भुत नजारे देख सकते हैं।

गन हिल पर जाने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच का है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और आप आराम से गन हिल की चोटी तक पहुँच सकते हैं।

ज्वाला देवी मंदिर: मसूरी की तीर्थस्थली और प्रकृति की अद्भुत छटा

मसूरी के बेनोग हिल की चोटी पर स्थित ज्वाला देवी मंदिर, देवी दुर्गा का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर 2104 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, और यहाँ पहुँचने के लिए लगभग 2 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है।

ज्वाला देवी मंदिर एक शक्तिपीठ है, और यहाँ ज्वालामुखी से निकलने वाली अग्नि को देवी दुर्गा का रूप माना जाता है। मान्यता है कि इस मंदिर में आने वाले लोगों के कष्ट दूर होते हैं और उन्हें देवी माँ का आशीर्वाद मिलता है।

ज्वाला देवी मंदिर तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन यहाँ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक आकर्षक स्थल है। मंदिर के आसपास के घने जंगल, शिवालिक रेंज और यमुना नदी की अद्भुत छटा मनमोहक है।

रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग: मसूरी में एडवेंचर का रोमांच

मसूरी, उत्तराखंड का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक गतिविधियों के लिए यहाँ हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। मसूरी में रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग दो सबसे लोकप्रिय एडवेंचर गतिविधियाँ हैं।

रॉक क्लाइम्बिंग एक ऐसी गतिविधि है जिसमें चट्टानों पर चढ़ना शामिल होता है। मसूरी में कई जगहें हैं जहाँ रॉक क्लाइम्बिंग की जा सकती है। इनमें सबसे लोकप्रिय स्थान हैं:

  • गन हिल
  • लाल बहादुर शास्त्री पार्क
  • बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी

रैपलिंग एक ऐसी गतिविधि है जिसमें चट्टानों से नीचे उतरना शामिल होता है। मसूरी में कई जगहें हैं जहाँ रैपलिंग की जा सकती है। इनमें सबसे लोकप्रिय स्थान हैं:

  • गन हिल
  • लाल बहादुर शास्त्री पार्क
  • बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी

रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग दोनों ही एडवेंचर गतिविधियाँ हैं, इसलिए इन्हें करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इन गतिविधियों को करने के लिए एक अनुभवी गाइड की निगरानी में होना आवश्यक है। गाइड आपको सुरक्षा के बारे में बताएगा और आपको रॉक क्लाइम्बिंग या रैपलिंग के सही तरीके को सिखाएगा।

रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग एक रोमांचक और यादगार अनुभव है। यहाँ आप अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति का परीक्षण कर सकते हैं और एक नया अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।


बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी: प्रकृति और वन्यजीवों का अद्भुत संगम

उत्तराखंड के मसूरी शहर के पास स्थित बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और विविध वन्यजीवों के लिए जानी जाती है। यह अभयारण्य 11 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, और यहाँ लुप्तप्राय प्रजातियों के जानवरों, जैसे कि तेंदुआ, पहाड़ी बटेर, हिरण, और लाल चोंच वाले नीलकण्ठ पक्षी पाए जाते हैं।

बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी हिमालय की चोटियों की ढलानों और चीड़ के पेड़ों के बीच स्थित है। यहाँ घूमने का आनंद वाकई सुखद होता है। आप यहाँ पक्षियों को देखने के साथ-साथ आसपास मौजूद बंदरपंच और चौखम्बा चोटियों का भी अद्भुत नजारा देख सकते हैं।

चार दुकान: मसूरी का सबसे कूल हैंगआउट स्पॉट

मसूरी के माल रोड के शोर-शराबे से दूर, चार दुकान रेस्टोरेंट एक लोकप्रिय हैंगआउट स्पॉट है। यह रेस्टोरेंट बीते कई दशकों से मसूरी की खूबसूरत पहाड़ियों में पर्यटकों को अपनी स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखा रहा है।

चार दुकान रेस्टोरेंट का नाम इसके चार पुराने मकान से पड़ा है, जो एक साथ जुड़े हुए हैं। रेस्टोरेंट का माहौल बहुत ही आरामदायक और दोस्ताना है। यहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ एक सुखद समय बिता सकते हैं।

चार दुकान रेस्टोरेंट में पैनकेक, वाई-वाई, पकोड़े, और शेक जैसे स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं। पैनकेक इस रेस्टोरेंट की सबसे लोकप्रिय डिश है। यहाँ के पैनकेक बहुत ही पतले और स्वादिष्ट होते हैं।

मसूरी एडवेंचर पार्क: एडवेंचर के लिए एक आदर्श जगह

मसूरी एडवेंचर पार्क, उत्तराखंड के मसूरी शहर में स्थित एक लोकप्रिय एडवेंचर पार्क है। यह पार्क 2003 में स्थापित किया गया था, और तब से एडवेंचर के शौकीनों और जिंदादिल लोगों के लिए एक पसंदीदा जगह रहा है।

मसूरी एडवेंचर पार्क में 100 से अधिक एडवेंचर एक्टिविटी मौजूद हैं। इनमें रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, पैरलल रोप, ट्रेकिंग, जिप लाइन, आदि शामिल हैं। पार्क में अनुभवी और प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद हैं जो आपको इन एक्टिविटी का पूरा मजा लेने में मदद करेंगे।

मसूरी एडवेंचर पार्क को कुदरती खूबसूरती और बेहद मनभावन नजारों के बीच बनाया गया है। पार्क कई एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, और यहाँ आप आसपास की पहाड़ियों और घाटियों का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।

मसूरी क्राइस्ट चर्च: भारत का सबसे पुराना कैथोलिक चर्च

मसूरी क्राइस्ट चर्च, उत्तराखंड के मसूरी शहर में स्थित एक ऐतिहासिक चर्च है। यह चर्च 1836 में बनाया गया था, और यह भारत का सबसे पुराना कैथोलिक चर्च माना जाता है।

मसूरी क्राइस्ट चर्च एक गोथिक चर्च है। यह चर्च कसमांडा पैलेस के नजदीक एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। चर्च की वास्तुकला अत्यंत भव्य और आकर्षक है। चर्च के बाहरी हिस्से में तीव्र नुकीले मेहराब और ऊँची-ऊँची खिड़कियाँ हैं। चर्च के अंदरूनी हिस्से में कई सुंदर कलाकृतियाँ और मूर्तियाँ हैं।

मसूरी क्राइस्ट चर्च एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है। यह चर्च भारत में ईसाई धर्म के प्रसार का प्रतीक है। यह चर्च अंग्रेजों के जमाने के आर्किटेक्चर और पुराने जमाने की कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

मॉस्सी फॉल्स: मसूरी की छुपी हुई सुंदरता

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मसूरी के बाला हिसार रोड पर स्थित मॉस्सी फॉल्स, एक खूबसूरत झरना है जो अपने आसपास के हरे-भरे जंगलों और पहाड़ों के बीच से बहता है। यह झरना अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, और यह मसूरी के उन कुछ पर्यटन स्थलों में से एक है जिनके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं।

मॉस्सी फॉल्स का नाम झरने के चारों ओर काई से ढकी चट्टानों से प्रेरित है। झरने की ऊंचाई लगभग 100 फीट है, और यह एक विशाल चट्टान से नीचे गिरता है। झरने के नीचे एक छोटा सा तालाब है, जहाँ आप तैरने या नहाने का आनंद ले सकते हैं।

मॉस्सी फॉल्स तक पहुँचने के लिए, आपको बाला हिसार रोड पर 7 किलोमीटर की ड्राइव करनी होगी। झरने के पास एक छोटा सा पार्किंग क्षेत्र है, जहाँ आप अपना वाहन पार्क कर सकते हैं।

मॉस्सी फॉल्स एक आदर्श स्थान है जहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यहाँ आप एक सुखद दिन बिता सकते हैं, और प्रकृति के साथ एकांत समय बिता सकते हैं।

कंपनी बाग: मसूरी का सबसे लोकप्रिय पार्क

मसूरी का कंपनी बाग, शहर का सबसे लोकप्रिय पार्क है। यह पार्क शहर के केंद्र में स्थित है, और यहाँ हर दिन सैकड़ों पर्यटक और स्थानीय लोग आते हैं।

कंपनी बाग का नाम अंग्रेजों के समय में पड़ा था। उस समय यहाँ ब्रिटिश सेना के अधिकारी रहते थे। बाद में यहाँ एक बगीचा बनाया गया, और इसका नाम कंपनी बाग रखा गया।

कंपनी बाग एक खूबसूरत पार्क है। यहाँ कई तरह के फूल और पेड़ हैं। पार्क के बीच में एक बड़ा फव्वारा है, जो पार्क की सुंदरता को और बढ़ा देता है।

कंपनी बाग एक आदर्श स्थान है जहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यहाँ आप एक सुखद दिन बिता सकते हैं, और प्रकृति के साथ एकांत समय बिता सकते हैं।

हाथीपांव: मसूरी की प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक

मसूरी के शांतिपूर्ण और शांत गांव के बीच एक पहाड़ी के शिखर पर स्थित हाथीपांव, एक खूबसूरत जगह है। यह घने जंगलों से घिरा हुआ है, और यहाँ से हिमालय के लुभावने दृश्य का आनंद लिया जा सकता है।

हाथीपांव का नाम एक विशाल चट्टान के कारण पड़ा है, जो हाथी के पैर की तरह दिखती है। यह चट्टान हाथीपांव के शीर्ष पर स्थित है, और यहाँ से हिमालय के दूर-दूर तक के दृश्य दिखाई देते हैं।

हाथीपांव एक आदर्श स्थान है जहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यहाँ आप एक सुखद दिन बिता सकते हैं, और प्रकृति के साथ एकांत समय बिता सकते हैं।

मसूरी, उत्तराखंड का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ यहाँ का भोजन भी बहुत प्रसिद्ध है। मसूरी में कई तरह के व्यंजन उपलब्ध हैं, जिनमें उत्तर भारतीय, तिब्बती और यूरोपीय व्यंजन शामिल हैं।

मसूरी के कुछ प्रसिद्ध व्यंजनों में शामिल हैं:

  • भांग की चटनी: भांग की चटनी एक लोकप्रिय उत्तर भारतीय चटनी है जो भांग के पत्तों से बनाई जाती है। यह चटनी मसालेदार और स्वादिष्ट होती है।
  • काफुली: काफुली एक विशेष प्रकार की पालक की सब्जी है जो मसूरी में सर्दियों के मौसम में बनाई जाती है। यह सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट होती है।
  • मसूरी का मटन: मसूरी का मटन बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यहाँ का मटन आमतौर पर करी या कबाब के रूप में परोसा जाता है।
  • टिक्की: टिक्की एक लोकप्रिय भारतीय स्नैक है जो मसालेदार आटे से बनाई जाती है। यहाँ की टिक्की बहुत ही स्वादिष्ट होती है।
  • मसूरी का कुल्फी: मसूरी का कुल्फी बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यहाँ का कुल्फी आमतौर पर भांग के दूध से बनाया जाता है।
  • चैनसू चैनसू मसूरी में गढ़वाल क्षेत्र का एक स्वादिष्ट लोकप्रिय व्यंजन है। इसे बनाने के लिए कई प्रकार की दालों को सबसे पहले भूना जाता है। फिर यहाँ के स्थानीय मसालों की अद्भुत सुगंध इसमें मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है और फिर इसे चावल या चपाती के साथ परोसा जाता है।
  • काफुली मसूरी का काफी प्रसिद्ध डिश है, जिसे सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है। यह एक तरह की पालक की सब्जी होती है परंतु काफी स्वादिष्ट होती है। यदि आप मसूरी सर्दियों के मौसम में जाते हैं तो इस स्वादिष्ट व्यंजन के स्वाद का आनंद ले सकते हैं।

मसूरी में कई तरह के रेस्तरां और ढाबे हैं जहाँ आप इन व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

यहाँ कुछ लोकप्रिय रेस्तरां और ढाबे दिए गए हैं जहाँ आप मसूरी के प्रसिद्ध भोजन का आनंद ले सकते हैं:

  • द वन: यह एक लोकप्रिय रेस्तरां है जो उत्तर भारतीय और तिब्बती व्यंजनों परोसता है।
  • द माउंटेन रेस्टोरेंट: यह एक लोकप्रिय रेस्तरां है जो यूरोपीय व्यंजनों परोसता है।
  • गढ़वाल ढाबा: यह एक लोकप्रिय ढाबा है जो उत्तर भारतीय व्यंजनों परोसता है।

मसूरी की यात्रा के दौरान, इन व्यंजनों का स्वाद अवश्य लें।

मसूरी घूमने का सही समय

  • मसूरी घूमने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच का है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और आप मसूरी के सभी पर्यटक स्थलों का आनंद ले सकते हैं।
  • मई और जून में मसूरी में गर्मी का मौसम होता है। इस समय मौसम सुहावना होता है और तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस समय मसूरी में पर्यटकों की भीड़ भी कम होती है।
  • जुलाई से सितंबर तक मानसून का मौसम होता है। इस समय मसूरी में बारिश होती है। हालांकि, बारिश के बाद मसूरी का नजारा बहुत ही खूबसूरत होता है।
  • अक्टूबर और नवंबर में मसूरी का मौसम ठंडा होता है। इस समय तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस समय मसूरी में पर्यटकों की भीड़ भी कम होती है।
  • दिसंबर से फरवरी तक मसूरी में सर्दियों का मौसम होता है। इस समय तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक गिर सकता है। इस समय मसूरी में बर्फबारी भी होती है। हालांकि, सर्दियों में मसूरी में पर्यटकों की भीड़ काफी अधिक होती है।
  • यदि आप मसूरी में कम भीड़ और कम खर्च पर घूमना चाहते हैं, तो आप अक्टूबर या नवंबर में जा सकते हैं। इस समय मसूरी में मौसम सुहावना होता है और पर्यटकों की भीड़ भी कम होती है।

मसूरी कैसे जाएं?

मसूरी जाने के लिए आपके पास तीन विकल्प है सड़क, ट्रेन और हवाई यात्रा। उत्तराखंड में दो रेलवे स्टेशन देहरादून और ऋषिकेश मसूरी से काफी नजदीक पड़ते हैं। मसूरी यहां से लगभग 28 किलोमीटर दूर पड़ता है। आप इन दोनों में से किसी भी स्टेशन के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं।

इसके अलावा सड़क मार्ग के जरिए भी मसूरी जा सकते हैं। देश के लगभग हर बड़े शहरों से देहरादून के लिए बस मिल जाती हैं। देहरादून से आप बस या टैक्सी बुक कर के मसूरी आसानी से पहुंच सकते हैं।

यदि आप ज्यादा दूरी से मसूरी की यात्रा के लिए आ रहे हैं, जो उत्तराखंड से काफी दूर पड़ता है तो आप हवाई यात्रा का भी चयन कर सकते हैं, जिससे आप बहुत जल्द मसूरी पहुंच सकते हैं।

हालांकि हवाई यात्रा थोड़ी महंगी है। बात करें उत्तराखंड में मसूरी के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट की तो जौली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून में स्थित है, जहां से मसूरी 50 किलोमीटर की दूरी पर पड़ती है।

मसूरी में ठहरने की जगह

मसूरी के माल रोड और गांधी चौक मसूरी का ऐसा पॉइंट है, जहां पर काफी अच्छे बजट मे ठहरने के लिए होटल मिल जाएगा। जिसकी न्यूनतम किराया लगभग 600 से शुरू होती है और यहां पर खाने-पीने की भी काफी अच्छी सुविधा उपलब्ध होती है।Ezoic

गर्मियों के मौसम में यहां पर पर्यटकों की काफी ज्यादा बढ़ जाती है, जिसके कारण इन होटलों का रेट भी बढ़ जाता है। इसी जगह पर आपको मसूरी घूमने के लिए बाइक या कार भी रेंट पर मिल जाता है। बाइक की न्यूनतम रेट 500 प्रतिदिन और कार की 15 सौ प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज लेते हैं।

मसूरी घूमने का खर्च

मसूरी घूमने का खर्च आप कितने दिनों के लिए जाना चाहते हैं, उस पर निर्भर कर सकता है। आप ज्यादा दिनों के लिए यदि मसूरी ट्रिप के लिए जा रहे हैं तो आपको ज्यादा बजट के साथ जाना पड़ेगा।

आने-जाने का खर्च

यदि आप ऐसे राज्य से आते हैं, जो उत्तराखंड से काफी दूर है और हवाई मार्ग से आते हैं तो उसका एक बार का 7 से 8 हजार रूपये का खर्चा लग सकता है। इसमें हवाई टिकट, टैक्सी और होटल का खर्च शामिल है। वहीं यदि आप ट्रेन या बस से आते हैं तो लगभग दो से तीन हजार में आप मसूरी जा सकते हैं।

दिल्ली से मसूरी के लिए ट्रेन का किराया

  • शताब्दी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12012): ₹1,385 से ₹2,500
  • मसूरी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12014): ₹1,295 से ₹2,350
  • नंदा देवी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12002): ₹1,205 से ₹2,200

दिल्ली से मसूरी के लिए बस का किराया

  • एसी बस: ₹1,200 से ₹2,000
  • नॉन एसी बस: ₹800 से ₹1,500

मसूरी में रुकने का खर्च

मसूरी में रुकने के लिए कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं। आप कम बजट में हॉस्टल या होमस्टे में रुक सकते हैं। इसके अलावा 3 स्टार से लेकर 5 स्टार होटल तक उपलब्ध हैं।

हॉस्टल का किराया

  • सिंगल रूम: ₹500 से ₹1,000 प्रति रात
  • डबल रूम: ₹1,000 से ₹1,500 प्रति रात

होमस्टे का किराया

  • सिंगल रूम: ₹1,000 से ₹1,500 प्रति रात
  • डबल रूम: ₹1,500 से ₹2,000 प्रति रात

होटल का किराया

  • 3 स्टार होटल का किराया: ₹3,000 से ₹5,000 प्रति रात
  • 5 स्टार होटल का किराया: ₹5,000 से ₹10,000 प्रति रात

खाने-पीने का खर्च

मसूरी में खाने-पीने का खर्च आपके बजट पर निर्भर करता है। यदि आप घर से खाना लेकर जाते हैं तो आपका खर्च कम हो जाएगा। यदि आप बाहर खाना खाते हैं तो एक व्यक्ति का भोजन का खर्च लगभग ₹200 से ₹500 तक हो सकता है।

दर्शनीय स्थलों की यात्रा का खर्च

मसूरी में कई दर्शनीय स्थल हैं। इन स्थलों की यात्रा का खर्च अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए, केबल कार की यात्रा का खर्च ₹100 से ₹200 प्रति व्यक्ति है।

कुल खर्च

यदि आप मसूरी में 2 दिन की यात्रा करते हैं तो आपका कुल खर्च इस प्रकार होगा:

  • आने-जाने का खर्च: ₹2,000 से ₹3,000
  • रुकने का खर्च: ₹2,000 से ₹4,000
  • खाने-पीने का खर्च: ₹2,000 से ₹4,000
  • दर्शनीय स्थलों की यात्रा का खर्च: ₹1,000 से ₹2,000

कुल: ₹7,000 से ₹12,000

यदि आप मसूरी में 3 दिन की यात्रा करते हैं तो आपका कुल खर्च इस प्रकार होगा:

  • आने-जाने का खर्च: ₹3,000 से ₹4,000
  • रुकने का खर्च: ₹3,000 से ₹6,000
  • खाने-पीने का खर्च: ₹3,000 से ₹6,000
  • दर्शनीय स्थलों की यात्रा का खर्च: ₹1,500 से ₹3,000

कुल: ₹13,500 से ₹21,000

आप अपने बजट के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं।

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