What is eye flu? Causes,symptoms and treatment of eye fluआई फ्लू है?आई फ्लू होने का कारण,लक्षण एवं इसका इलाज Eye Flu या कंजक्टाइवाइटिस (Conjunctivitis) एक आम आंतरजालीय आंखों की संक्रमण रोग है, जिसे आमतौर पर आंख की सफेद परत (conjunctiva) के संक्रमण के कारण होता है। यह एक प्रसारणशील रोग है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से फैल सकता है। इसे “पिंक आई” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस रोग के कुछ प्रकार में आंखों की सफेद परत लाल हो जाती है।
Eye Flu बरसात के मौसम में आंखों का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है. दिल्ली-एनसीआर में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना,आंखों का गुलाबी होना या पिंक आई भी कहते हैं.
Eye Flu क्या है what is eye flu
Eye Flu या कंजक्टाइवाइटिस (Conjunctivitis) एक आम आंतरजालीय आंखों की संक्रमण रोग है, जिसे आमतौर पर आंख की सफेद परत (conjunctiva) के संक्रमण के कारण होता है। यह एक प्रसारणशील रोग है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से फैल सकता है। इसे “पिंक आई” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस रोग के कुछ प्रकार में आंखों की सफेद परत लाल हो जाती है।Eye Flu कंजक्टिवाइटिस वायरसों के कारण होता है। यह सर्दी, खांसी, फ्लू जैसी वायरल संक्रमणों के कारण उत्पन्न होता है। इसे ड्रॉप्स और आराम के साथ अपने आप में ठीक किया जा सकता है।
आई फ्लू होने के कारण
आई फ्लू जो व्यक्ति को बहती नाक, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द और थकान के लक्षणों से प्रभावित करता है। यह बीमारी ज्यादातर हल्की होती है और घरेलू उपचार से ठीक हो सकती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकती है, खासकर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों या बुजुर्गों में।
आई फ्लू के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- इन्फ्लुएंजा वायरस: यह बीमारी का प्रमुख कारण है। इन्फ्लूएंजा वायरस कई प्रकार के होते हैं और ये वायरस छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं। यह वायरस छींकने, खांसने, बात करने और नाक और मुंह से बिना लक्षण वाली छींक से फैलता है।
- संक्रामक वातावरण: ज्यादातर मामलों में, नदी के मौसम में आई फ्लू का प्रसार अधिक होता है। सर्दियों में लोग एक-दूसरे के आसपास अधिक समय बिताते हैं और इससे वायरस फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली: जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, उनमें इन्फ्लूएंजा से आसानी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर छोटे बच्चे, बूढ़े, गर्भवती महिलाएं और अन्य चिकित्सीय समस्याओं वाले लोग इससे अधिक प्रभावित होते हैं।
- टीके की कमी: इन्फ्लूएंजा रोग से बचाव के लिए टीका एक प्रभावी तरीका है। अगर किसी व्यक्ति ने इस वायरस से बचाव के लिए टीका नहीं लगवाया है तो उन्हें इससे संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
- अपर्याप्त व्यायाम और स्वयं की देखभाल: यदि आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते हैं, अपर्याप्त व्यायाम करते हैं या स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते हैं, तो आपको इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
इन कारणों से, आई फ्लू आमतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और अन्य संवेदनशील व्यक्तियों में फैलता है। इसलिए इस बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण और स्वच्छता के जरिए सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी है।
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आई फ्लू के लक्षण?symptoms of eye flu
आंखों के होने वाले इन्फेक्शन को आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं. इसमें इंफेक्शन होने वाले व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती है. इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन हो जाती है. जिस कारण आंखों से साफ नहीं दिखता.
कंजक्टाइवाइटिस के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- लालिमा: आंखों की सतह पर लाल रंग का होना या आंखों की सफेद पुतलियों के आसपास लाल रंग का रिंग होना।
- सूजन: आंखों की सूजन और फूलना। सूजन की वजह से आंखों का खुलना मुश्किल हो सकता है।
- जलन और खुजली: आंखों में जलन और खुजली का अनुभव हो सकता है।
- पानी आना: आंखों से पानी या आंसू बहना।
- रक्तस्राव: कई बार आंखों से संक्रमित होने से रक्तस्राव हो सकता है।
- बढ़ती हुई परेशानी: आंखों के जलने और खुजलाने के कारण व्यक्ति में बढ़ती हुई परेशानी होती है।
- आंखों की पुतली की परेशानी: आंखों के निचले या ऊपरी पुतली में संक्रमण होने से पुतली के चक्र में बदलाव हो सकता है।
- आंखों के आसपास सूजन: आंखों के चारों ओर की त्वचा में भी सूजन या लालिमा हो सकती है।
यदि आपको ये लक्षण अनुभव हो रहे हैं और आप संभावित कंजक्टाइवाइटिस की संभावना महसूस कर रहे हैं, तो आपको तुरंत चिकित्सक का संपर्क करना चाहिए। सही निदान और उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
आई फ्लू का इलाज, eye flu treatment
आई फ्लू एक वायरल बीमारी है और इसके इलाज के लिए कुछ सरल चिकित्सा उपाय हैं जिनका पालन करके आप अपने लक्षणों को कम कर सकते हैं और तेजी से ठीक हो सकते हैं।
आई फ्लू के कुछ सामान्य उपचार निम्नलिखित हैं:
- आराम और पर्याप्त पानी का सेवन: आराम करना और पर्याप्त पानी पीना बहुत ज़रूरी है। आराम आपके शरीर को बुखार और थकान से लड़ने की ताकत देता है, और पानी आपको इष्टतम जलयोजन बनाए रखने में मदद कर सकता है ताकि आपके शरीर में तरल पदार्थ की कमी न हो।
- बुखार को नियंत्रित करने के उपाय: बुखार आमतौर पर आई फ्लू के साथ आता है। इसे नियंत्रित करने के लिए पैरासिटामोल जैसी बुखार नियंत्रण दवाएं लेने और संबंधित डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।
- दवाओं का उपयोग: आई फ्लू के कुछ मामूली लक्षणों के लिए, एंटीहिस्टामाइन या डीकॉन्गेस्टेंट दवाएं लेना भी सहायक हो सकता है। लेकिन डॉक्टर से परामर्श करना और उनके द्वारा बताई गई खुराक का पालन करना महत्वपूर्ण है।
- खांसी के उपाय: कफ सिरप या घरेलू उपचार जैसे गर्म पानी में नमक और हल्दी मिलाकर गरारे करने से राहत मिल सकती है।
- स्वच्छता देखभाल: अपने मुंह और नाक को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोने से वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिलती है।
- घरेलू उपचार: अदरक, तुलसी, लहसुन, नींबू, शहद जैसे घरेलू उपचार भी आई फ्लू के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आपके लक्षण गंभीर हैं या आपको लगता है कि आपकी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। खासकर बच्चों, बूढ़ों, गर्भवती महिलाओं और अन्य कमजोर व्यक्तियों को जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको सही उपचार और दवाइयाँ प्रदान करेंगे जो आपके लिए उपयुक्त होंगी।
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आई फ्लू होने पर धयान रखने वाली बाते
- थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें.
- आंखों को बार-बार न छुएं.
- अपने आसपास सफाई रखें.
- अपनी आंखों को समय-समय पर धोएं.
- अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहन कर जाएं.
- पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें.
- संक्रमित व्यक्त के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल न करें
- टीवी-मोबाइल से दूरी बनाए रखें.
नोट:-हेल्लो दोस्तों मेरा नाम शुभम है अगर आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज हमारे whatsapp ग्रुप को जरुरु ज्वाइन करे, यहाँ हम कई विषयों पर आपसे कई प्रकार कि जानकारी शेयर करते है तो प्लीज ग्रुप ज्वाइन करे ,लिंक नीचे दी गयी है और अगर मुझसे आर्टिकल लिखते समय कोई गलती हो गयी हो तो उसके लिए मुझे माफ़ करे …में अपनी गलती सुदारने कि पूरी कोशिश करूँगा।thank you…
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