AChanakya Niti Hindi: अगर समय खराब हो तो क्या करना चाहिए ये काम चाणक्य अनुसार
चाणक्य अनुसार हर व्यक्ति के जीवन में बुरा वक्त आता है. लेकिन इस बुरे वक्त से वे ही लोग उभर पाते हैं जो इन चीजों का साथ नहीं छोड़ते हैं. आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में.इंसान के जीवन में अच्छा और बुरा समय आता है। कोई उस समय में निखर जाता है तो कोई बिखर जाता है। अच्छा और बुरा समय एक ही सिक्के के दो पहलू है। इसलिए बुरे समय में क्या करें और क्या न करें?
परिश्रम करते रहना चाहिए
कितना ही खराब समय आ जाए व्यक्ति को बैठे नहीं रहना चाहिए. लगातार परिश्रम करते रहना चाहिए. परिश्रम ही व्यक्ति को इस संकट से निकलने में मददगार होता है. हिम्मत हार कर हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाने से बुरा वक्त नहीं जाएगा, इसके लिए सतत परिश्रम करते रहना चाहिए.
भयभीत या डरना नहीं है
जैसे ही बुरा समय आता है तो इंसान भयभीत हो जाता है, घबराने लगता है। इसलिए घबराएं नहीं बल्कि शांत और स्थिर मन से उस समस्या की वजह ढूंढे। और फिर उसका समाधान ढूंढने की कोशिश करें। क्योंकि समस्या का कारण जाने बिना आप समाधान नहीं ढूंढ सकते है
अपना आत्मविश्वास बनाए रखे
बुरे समय मे कभी व अपना आत्मविश्वास नहीं खोना चाइये क्योकि जब तक हमारे जीवन में कोई कठिनाइ और मुसीबतें नहीं आती तब तक हम आराम से जीवन जीते हैं। लेकिन मुसीबतें और बुरा समय आने के बाद ही हम संघर्ष करते हैं और जीवन में आगे बढ़ पाते हैं। इसलिए संयम और आत्मविश्वास से काम लेना चाइये
क्रोध पर काबू रखें
मनुष्य का खराब समय हो तो उसे क्रोध से बचना चाहिए. तनाव के कारण क्रोध आना स्वाभाविक है. लेकिन इससे हर संभव तरीके से बचना चाहिए. बुरे समय में क्रोध आग में घी का काम कर सकता है और एक नई मुसीबत को जन्म दे सकता है.
प्रतिक्रिया पर ध्यान दें-
चाणक्य बताते हैं कि परिस्थिति और परिणाम कभी भी इंसान के हाथ में नहीं होता। लेकिन उस परिस्थिति और परिणाम पर कैसी प्रतिक्रिया देनी है वो शत प्रतिशत इंसानों के हाथ में है इसलिए जो इंसान अपनी प्रतिक्रिया संभाल सकता है वो जीवन के विकट से विकट परिस्थिति में भी अपनी सफलता का रास्ता ढूंढ सकता है।
बुरे समय में नये नये अवसर खोजते रहे
चाणक्य कहते है कि अच्छा और बुरा समय एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इसलिए बुरे समय में भी जीवन को बेहतर बनाने के अवसर तलाशे। बुरा समय देख कर हिम्मत न हारें और उस परिस्थिति से बाहर निकलने की लगातार कोशिश करते रहें।