WHO ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातस्थिति यानि ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने इसकी घोषणा बीते सप्ताह की थी। मंकीपॉक्स संक्रमण ने दुनिया के 75 देशों में बड़ी तेजी से फैलकर सभी की चिंता को बढ़ा दिया है। मौजूदा आकड़ों के अनुसार दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 16 हज़ार से ज्यादा मामले हैं जिसमें भारत के चार मामले भी शामिल है।
मंकीपॉक्स के इस मामले को देखते हुए सभी के मन में सवाल उठ रहा है कि मंकीपॉक्स के लक्षण की पहचान कैसे करें? मंकीपॉक्स से बचने के तरीके क्या हैं? मंकीपॉक्स के लक्षणों को जानकर समय रहते इलाज करा सकते हैं, साथ ही मंकीपॉक्स से बचने के तरीकों को अपनाकर इसके प्रसार को रोक सकते हैं। चलिए जानते हैं मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार और बचाव के उपाय।
क्या है मंकीपॉक्स? (What Is Monkeypox?)
मंकीपॉक्स वायरस एक मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है. 1958 में यह पहली बार शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था. इस वायरस का पहला मामला 1970 में रिपोर्ट किया गया है. मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों (tropical rainforest area) में यह रोग में होता है.
मंकीपॉक्स का लक्षण (Symptoms Of Monkeypox)
बार-बार तेज बुखार आना.
पीठ और मांसपेशियों में दर्द.त्वचा पर दानें और चकते पड़ना.
खुजली की समस्या होना.शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना.
मंकीपाक्स वायरस की शुरुआत चेहरे से होती है.
संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है.
चेहरे से लेकर बाजुओं, पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों पर रैशेस होना.
गला खराब होना और बार-बार खांसी आना.
ऐसे करें मंकीपाॅक्स की पहचान
किसी संक्रमित व्यक्ति में मंकीपॉक्स की पहचान करनी हो तो ध्यान दें कि तेज बुखार, सिरदर्द, लिम्फ नोड्स की सूजन, मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी हो सकती है। चेहरे और हाथ-पांव पर बड़े आकार के दाने पड़ना मंकीपॉक्स के मुख्य लक्षणों में से एक है। संक्रमण होने से लक्षणों की शुरुआत तक यानी इनक्यूबेशन पीरियड 6 से 13 दिनों का होता है।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स संक्रमण | How Is Monkeypox Infection Spread?
मंकीपाक्स एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. ऐसे में लोगों को शारीरिक संपर्क से बचाव रखना चाहिए.अफ्रीका में गिलहरियों और चूहों के भी मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के सबूत मिले हैं.
अधपका मांस या संक्रमित जानवर के दूसरे पशु उत्पादों के सेवन से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
मंकीपाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है.
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित जानवर के खून, उसके शरीर का पसीना या कोई और तरल पदार्थ या उसके घावों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है.
इंसान से इंसान में वायरस के फैलने के मामले अब तक बेहद कम सामने आए हैं. हालांकि, संक्रमित इंसान को छूने या उसके संपर्क में आने से संक्रमण फैल सकता है.
इतना ही नहीं, प्लेसेंटा के जरिए मां से भ्रूण यानी जन्मजात मंकीपॉक्स भी हो सकता है.
क्या है मंकीपॉक्स का इलाज? (What Is The Treatment For Monkeypox?)
मचेचक का टीका मंकीपॉक्स को रोकने में 85 प्रतिशत प्रभावी साबित हुआ है.
अगर किसी में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दें, तो घबराएं नहीं, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
साफ सफाई का ख्याल रखें। संक्रमित व्यक्त के संपर्क में आने पर साबुन से हाथ धोएं।सैनिटाइजर का उपयोग करें।
क्या है मंकीपॉक्स? (What Is Monkeypox?)
मंकीपॉक्स वायरस एक मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है. 1958 में यह पहली बार शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था. इस वायरस का पहला मामला 1970 में रिपोर्ट किया गया है. मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों (tropical rainforest area) में यह रोग में होता है.
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स संक्रमण | How Is Monkeypox Infection Spread?
- मंकीपाक्स एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.
- मंकीपाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है.
मंकीपॉक्स का लक्षण (Symptoms Of Monkeypox)
-बार-बार तेज बुखार आना.
गला खराब होना और बार-बार खांसी आना.
त्वचा पर दानें और चकते पड़ना,खुजली की समस्या होना.