Major tribes of the world and India
इस पोस्ट में हम बात करेंगे भारत के प्रमुख जनजातियों के बारे मे(Major tribes of the world and India )तथा भारत में कितनी जनजातियां पायी जाती हैं, भारत में जनजातियों का वर्गीकरण, Tribes of India State Wise जनजातियों के बारे में हम देखेंगे तथा कुल कितनी जनजातियां हैं। इसी से सबंधित बनने वाले प्रश्नों को देखेंगे.
विश्व की प्रमुख जनजातियां
एस्किमों – एस्कीमों जनजाति उत्तरी अमेरिका के कनाड़ा, ग्रीनलैण्ड और साइबेरिया क्षेत्र में पाई जाती है
यूकाधिर – यह साइबेरिया में रहने वाली जनजाति है। यह मंगोलाइड प्रजाति से संबंधित जनजाति है, इनकी आँखें आधी खुली होती है और रंग पीला होता है .
ऐनू – यह ‘जापान’ की जनजाति है .
बुशमैन – यह दक्षिण अफ्रीका और अफ्रीका के कालाहारी मरूस्थल में पाई जाने वाली जनजाति है .
अफरीदी – पाकिस्तान .
माओरी – न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया.
मसाई – अफ्रीका के कीनिया में पाई जाने वाली जनजाति है .
जुलू – दक्षिण अफ्रीका के नेटाल प्रांत में .
बद्दू – अरब के मरूस्थल में पाई जाने वाली जनजाति है .
पिग्मी – कांगो बेसिन (अफ्रीका) .
पापुआ – न्यूगिनी .
रेड इण्डियन – दक्षिण अमेरिका .
लैप्स – फिनलैण्ड और स्काॅटलैण्ड .
खिरगीज – मध्य एषिया के स्टेपी क्षेत्र .
बोरो – अमेजन बेसिन .
बेद्दा – श्रीलंका
सेमांग – मलेशिया .
माया – मेक्सिको .
फूलानी – अफ्रीका के नाइजीरिया में .
बांटू – दक्षिणी एवं मध्य अफ्रीका .
भारत की प्रमुख जनजातिया-
भारत में लगभग 500 प्रकार की जनजातियां (Tribes) पायी जाती हैं।
-जनजातीय जनसंख्या का सर्वाधिक अनुपात मिजोरम (94.4%) है जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में लक्ष्यदीप में सर्वाधिक जनजातीय प्रतिशत (94.8) है
-भारत में सर्वाधिक जनजातीय जनसंख्या गोंड की है।तथा दूसरे व तीसरे स्थान पर संथाल जनजाति एवं भील जनजाति आते हैं।
-देश की कुल जनसंख्या के 8.6 % लोग अनुसूचित जनजाति के हैं।सर्वाधिक जनजातियां प्रतिशत में नागालैंड मिजोरम अरुणाचल प्रदेश एवं दादर नगर हवेली में अपने राज्य का लगभग कुल जनसंख्या का 60% पाई जाती हैं।
-कुल जनजाति जनसंख्या की दृष्टि से घटते क्रम में – मध्यप्रदेश > महाराष्ट्रा > ओडिशा > राजस्थान।
भारत की जनजातियां एवं निवास क्षेत्र
बिहार – थारू, उरांव, खरवार, संथाल, गोंड, बिरहोर, कोल, कोरबा, कोरा, हो, जनजातियां
उत्तर प्रदेश – जौनसारी, थारू, गोंडा, सहरिया, खरवार, बुक्सा, पतरी
आंध्र प्रदेश – बंजारा, लबांडा, सुगली, कुबी, बगात, सवारा, चेंचू, बकला
छत्तीसगढ़ – गोंड, अगरिया, मुंडिया, बैंगा, कोरकू, परजा, परधान, सहरिया
मध्य प्रदेश – भील, गोंड, अगरिया, बिंझवार, परेशान, खरवार, कोल, कोरकू, सहरिया, ओझा, बैगा जनजातियां
राजस्थान – मीणा, भील, कोकना, गर्सिया, थारी, पटेलिया, सहरिया जनजातियां
झारखंड संथाल, मुंडा, हो, उरांव, बिरहोर, कोरवा, बैगा, नागेसिया, असुर
हिमाचल प्रदेश – गद्दी, गुज्जर, भोटिया, बेदा, लंबा, खंपा, डोंबा, गारा, किन्नौर
गुजरात – भील, बरदा, कोली, डबरा, खारी, चारण, रथवा जनजातियां
अरुणाचल प्रदेश – अबोर, दफला, अपातामी, खोवा, गालो, मोंबा, मिस्मी
ओडिसा – खोंड, कोल्हा, गोंड, मुंडा, बोंडा, महाली, संथाल, मुआंग, खरिया, डोंगरिया, कोंध
पश्चिम बंगाल – संथाल, उरांव, भूमजी, मुंडा, लोधा
केरल – पनियान, मवियान,नायर, दाफर, उराली, चेंचु, मोपला, सुमली, इरुला
उत्तराखंड – जौनपुरी, थारू, बुस्का, भोटिया, राजी
अंडमान एवं निकोबार – अंडमानी, सेंटलिज, जरवा, जारण, बैकडा, शोम्पेन, येरे, कोरा, ताबु
सिक्किम – भोटिया, लिम्बु, लेपचा, तमांग
नागालैंड – नागा, कोन्याक, अंगामी
असम – बोरो, मिरी, कर्बी, राभा, कछारी, सोनवाल, लुसाई जनजातियां
मणिपुर – कुकी, तांगखुल, थाडो, नागा, मैठी
मेघालय – गारो, खासी, जयंतियां, भोई, मिकिर
मिजोरम – मिजो, पावी, लाखर, चकमा
त्रिपुरा – रियांग, त्रिपुरी, जमातिया, चकमा
पुदुच्चेरी – इरुलुर
लक्षदीप – वासी जनजातियां
FAQ- भारत में सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है?
गोंड भारत का सबसे बड़ा आदिवासी समूह है जिसकी आबादी 12 मिलियन से अधिक है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सबसे पुरानी और सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति गोंड है।
वर्तमान में सबसे बड़ी जनजाति कौन है?
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में “भील जनजाति” सबसे बड़ी जनजाति है। भारत में भील जनजाति की कुल 1 करोड़ 69 लाख आबादी है। इस आबादी में 84 लाख महिलाएँ और 86 लाख पुरुषों की संख्या है। भील जनजाति मुख्य रूप से भारत के उतर, मध्य और दक्षिण में निवास करती है।
भारत की सबसे पुरानी जनजाति कौन सी है?
भीलभारत की सबसे पुरानी जनजाति है.
विश्व की प्रमुख जनजातियां (Major tribes of the world)
पिग्मी –
- बुशमैन –
- सेमांग –
- एस्किमो –
- यूकागीर
लैप्स जनजाति कहाँ की है?
लैप, युरोपीय टुन्ड्रा में निवास में करने वाली एक प्रमुख जनजाति हैं।
पिग्मी कौन से क्षेत्र में निवास करते हैं?
पिग्मी भी एक विशेष प्रजाति हैं। इसका निवास क्षेत्र मध्य अफ्रीका की कांगो नदी घाटी हैं। इनका औसत कद पांच फीट होती हैं।