मोटापा बढ़ने का कारण
मोटापा एक ऐसी स्थिति है जब शरीर की वजन अतिरिक्त मात्रा में होती है जो व्यक्ति के ऊतकों और उनके समुदायों के लिए अनुपयुक्त होती है। मोटापा बढ़ने का कारण बिस्तार से कई मामलों में बदलावों के कारण हो सकता है,जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
1.खाने की आदतें: खाने की अनुचित आदतें जैसे अतिरिक्त खाने के कारण मोटापा बढ़ सकता है। उच्च कैलोरी वाले आहार जैसे जंक फूड, मिठाई, मेवा निश्चित रूप से मोटापा को बढ़ाते हैं।
2.बैठक और अलसी जीवनशैली: एक बैठक और अलसी जीवनशैली मोटापा बढ़ाने का मुख्य कारण होती है। अधिकतम लोग अपने काम के लिए लंबी बैठक करते हैं और फिर भोजन के बाद उन्हें अपनी व्यायाम सामग्री से दूर रहना पड़ता है।
3.अनुचित नींद: नींद बहुत महत्वपूर्ण होती है और अनुचित नींद भी मोटापा बढ़ाने का कारण होती है। नींद के अभाव में लेवल्स जैसे कॉर्टिसोल बढ़ते हैं जो मोटापा को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो
4.व्यायाम की कमी: व्यायाम का कम होना भी मोटापा बढ़ाने का कारण होता है। अनुचित खाने के साथ-साथ व्यायाम न करने से कैलोरी शरीर में स्टोर होती हैं और शरीर वजन बढ़ाता है।
5.जीवन शैली: अस्वस्थ जीवनशैली भी मोटापा बढ़ाने का कारण होती है। तम्बाकू और शराब की अधिक सेवन, अनियमित खानपान, उच्च तापमान, तनाव आदि मोटापा बढ़ाने के कारण होते हैं।
6.जीनेटिक संबंधित कारण: जीनेटिक संबंधित कारण भी मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण होते हैं। कुछ लोगों में जीनेटिक संबंधित प्रभाव होते हैं जो उन्हें अतिरिक्त वजन जमा करने के लिए प्रवृत्त करते हैं।
7.रोग या दवाओं के सेवन: कुछ रोग या दवाओं के सेवन भी मोटापा बढ़ाने के कारण होते हैं। उदाहरण के लिए, थायरॉइड रोग या उससे संबंधित दवाओं का सेवन वजन बढ़ने के कारण हो सकता है।
इन सभी कारणों के अलावा, बढ़ती उम्र भी मोटापा बढ़ाने का कारण होती है। उम्र के साथ ही कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कि:
1.नींद की कमी: अनुचित खानपान या तनाव से नींद की कमी होना भी मोटापा बढ़ने का कारण होता है। नींद की कमी से शरीर के हार्मोन में बदलाव होते हैं जो शरीर को वजन बढ़ने का कारण होता है
2.संभावित मेडिकल स्थितियां: कुछ मेडिकल स्थितियां भी मोटापा बढ़ने का कारण होती हैं। जैसे कि पोलिसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम (PCOS), कुछ कैंसर ट्रीटमेंट, कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का सेवन आदि।
3.सड़नी उम्र: जैसे ही उम्र बढ़ती है, शरीर की मेटाबोलिज्म दर में कमी होती है जिससे शरीर अधिक कैलोरी को भोजन से अधिक स्टोर करता है।
4.स्त्री गर्भावस्था: स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने का कारण हो सकता है।
इन कारणों को समझना महत्वपूर्ण होता है ताकि व्यक्ति अपनी जीवनशैली में सुधार कर वजन नियंत्रित कर सके। इसके लिए व्यक्ति को स्वस्थ खाने-पीने की आदतें बनानी चाहिए, व्यायाम करना चाहिए और अन्य स्वस्थ जीवनशैली बनाने के उपाय अपनाने चाहिए। इसके साथ ही अगर व्यक्ति को लगता है कि उनके वजन बढ़ने के पीछे कोई मेडिकल समस्या है, तो उन्हें एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
मोटापे से होने वाली बीमारिया
मोटापे से होने वाली कुछ प्रमुख बीमारिया
अत्यधिक मोटापा से कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- डायबिटीज: मोटापे से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम होता है या फिर शरीर उत्पादित इंसुलिन का सही ढंग से उपयोग नहीं करता है।
- हृदय रोग: मोटापे वाले लोगों में हृदय रोग के खतरे का बढ़ जाता है। यह इसलिए है कि अतिरिक्त वजन के कारण लड़के अपने हृदय के लिए अधिक दबाव डालते हैं। इससे लड़कों के हृदय की ब्लड कोशिकाओं में भारी परिवर्तन होते हैं, जिससे उनकी हृदय शक्ति कम होती है।
- श्वसन तंत्र संबंधी बीमारियां: ज्यादातर मोटापे वाले लोगों में श्वसन तंत्र संबंधी समस्याएं होती हैं। उनमें से कुछ नींद के दौरान अवसाद, उच्च रक्तचाप, और स्लीप अप्निया शामिल हैं।
- कैंसर: अतिरिक्त वजन के कारण कैंसर का खतरा बढ़ने लगता है। अतिरिक्त वजन लेने से शरीर का आंतरिक जैविक परिवर्तन होता है जो कैंसर के विकास के लिए अनुकूल हो सकता है।
- उच्च रक्तचाप: मोटापे वाले लोगों में उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप शरीर के अन्य भागों के साथ-साथ हृदय के लिए भी हानिकारक होता है।
- अल्सर: मोटापे से पीठ और शरीर के अन्य भागों में अल्सर का खतरा बढ़ जाता है। यह शरीर की वसा की मात्रा को बढ़ाता है जो पाचन तंत्र को बुरा प्रभाव डालता है।
- बाहरी तंत्र संबंधी समस्याएं: मोटापे से उत्पन्न समस्याओं में से एक बाहरी तंत्र संबंधी समस्याएं शामिल हैं। इनमें से कुछ हैं अनियमित मासिक धर्म, प्रतिरक्षा संबंधी समस्याएं और अस्थमा।
मोटापा कम करने लिए डाइट चार्ट
एक स्वस्थ डाइट चार्ट के माध्यम से मोटापा कम करने में मदद मिल सकती है। निम्नलिखित डाइट चार्ट में मोटापा कम करने के लिए उपयोगी खाद्य पदार्थों की सूची है:
सुबह का नाश्ता | एक कच्चा फल या सलाद। |
नाश्ता | एक कप चाय या कॉफी बिना शक्कर के या दूध के साथ एक ब्राउन ब्रेड सैंडविच या एक छोटा बेक्ड व्होल वीट नान या एक छोटा पास्ता पाकेट। |
दोपहर का भोजन | एक कप सब्जियां (हरे सब्जियां जैसे पलक, मेथी, सरसों के पत्ते, गाजर, मटर, फूलगोभी आदि), एक कटोरी दल और दो रोटियां या एक कटोरी चावल। |
शाम का नाश्ता | एक कप चाय या कॉफी बिना शक्कर के या दूध के साथ एक ब्राउन ब्रेड सैंडविच या एक छोटा बेक्ड व्होल वीट नान या एक छोटा पास्ता पाकेट। |
रात का खाना | एक कप सब्जियां (हरे सब्जियां जैसे पलक, मेथी, सरसों के पत्ते, गाजर, मटर, फूलगोभी आदि), एक कटोरी दल और दो रोटियां या एक कटोरी |
इसके आगे आप निम्नलिखित सुझावों का पालन कर सकते हैं ताकि आप मोटापा कम करने में अधिक सफल हो सकें:
- प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें। यह आपके शरीर को कैलोरी जलाने में मदद करेगा।
- स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे कि सब्जियां, फल, अनाज, नट्स, सीधा दूध और दूध से बनी चीजें।
- बच्चों के स्तर तक शक्कर, तेल, और उच्च कॉलेस्ट्रॉल वाले आहार को रोकें।
- अपने भोजन में धनिया पत्तियों, जीरा, गर्म मसालों, नींबू रस, हल्दी और अदरक का उपयोग करें। ये आपके पाचन को सुधारते हैं और आपको संतुलित रखने में मदद करते हैं।
- अपने भोजन को छोटे भोजनों में बांटें। इससे आपकी भूख अधिक नहीं लगती और आपके शरीर को खाद्य पदार्थों का सही अंश मिलता है।
- एक समय पर दिन में एक समय खाने का पालन करें। अस्थिर खाने की आदत से बचें।
मोटापा कम करने प्रमुख तरीके
मोटापा कम करने के लिए कुछ तरीके निम्नलिखित हैं:
- नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम एक महत्वपूर्ण तरीका है जो मोटापा कम करने में मदद करता है। आप रोजाना कम से कम 30 मिनट तक कोई भी व्यायाम कर सकते हैं, जैसे कि चलना, दौड़ना, स्विमिंग या योग।
- स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार खाने से आपका वजन नियंत्रित रहता है। इसलिए, आपको अपने आहार में प्रोटीन, फल, सब्जियां और फाइबर जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए और तले हुए भोजन से बचना चाहिए
- अपने जीवनशैली में बदलाव करें: अपने दिनचर्या में कुछ बदलाव करने से भी मोटापा कम किया जा सकता है। आप दिन भर में कम से कम 8 घंटे सोने का समय लें, सुबह नाश्ता करें, रात को खाना कम खाएं, शराब और शरबत से दूर रहें और नियमित रूप से अपने आहार और व्यायाम को ट्रैक करें।
- जिम या ट्रेनर से सलाह लें: अगर आपको मोटापा कम करने में मदद की जरूरत है तो आप एक जिम या ट्ट्रेनर की मदद ले सकते हैं। जिम या ट्रेनर आपको सही व्यायाम और आहार बताकर मोटापा कम करने में मदद कर सकते हैं।
- स्ट्रेस कम करें: ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी मोटापा बढ़ता है। इसलिए, स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान योग या मेडिटेशन जैसी तकनीकें अपनाएं।
- रोज खाने के समय ध्यान दें: रोज खाने के समय ध्यान देना भी बहुत महत्वपूर्ण है। खाने के समय सुन्दर तरीके से बैठें और धीरे-धीरे खाएं। इससे आपका पेट ठीक से हजम कर सकता है और अधिक खाने से रोक सकता है।
- वजन घटाने में समय लगता है: मोटापा एक दिन में नहीं बढ़ता है इसलिए उसे कम करने में भी समय लगता है। धैर्य रखें और नियमित रूप से आपके प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करें।
अंत में, मोटापा कम करने के लिए आपको नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, स्ट्रेस कम करना, सही जीवनशैली बनाना और अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
निष्कर्ष:-
हेल्लो दोस्तों जेसे की हमने देखा की मोटापा किन तरीको से बढता है और किन तरीको से कम होता है आज के इस दोर में हमारा स्वस्थ रहना वहुत जरुरी हे इसलिए हमें रोज कुछ समय निकाल कर अपने शरीर को जरुर देना चाइये,दोस्तों अगर आप हमारी बताई गयी बाते मानते है तो जरुर आप कुछ ही दिनों में अपना बजन कम कर सकते है उम्मीद हे आपको हमारे दुबरा दी गयी जानकारी अच्छी लगी होगी ,अगर आपका इस टॉपिक से रिलेटेड कोई भी प्रसन हे तो आप हमे instagram और facebook पर फॉलो करके massage कर सकते है हे हम आपको जल्द से जल्द जबाब जरुर देंगे।
धन्यवाद