आई फ्लू के घरेलु उपचार,home remedies for eye fluआई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस आंखों का संक्रमण एक सामान्य रूप है, जिसमें आंख के सुपारी भाग और अंजनी नमूनों की परत (कंजकटिवा) प्रभावित होती है। यह संक्रमण विभिन्न औषधियों से हो सकता है और आंखों में रक्तसंचार की समस्या का कारण बनता है। यह स्थिति विशेष रूप से झलकियों और गर्मी के मौसम में आम तौर पर देखी जाती है।
इस लेख में हम आपको आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज के बारे में विस्तार से बताएंगे। इन घरेलू उपायों का प्रयोग करके आप इस संक्रमण से राहत पा सकते हैं और अपनी आंखों की सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।
आई फ्लू होने के कारण:-
आई फ्लू जो व्यक्ति को बहती नाक, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द और थकान के लक्षणों से प्रभावित करता है। यह बीमारी ज्यादातर हल्की होती है और घरेलू उपचार से ठीक हो सकती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकती है, खासकर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों या बुजुर्गों में।
आई फ्लू के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
इन्फ्लुएंजा वायरस: यह बीमारी का प्रमुख कारण है। इन्फ्लूएंजा वायरस कई प्रकार के होते हैं और ये वायरस छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं। यह वायरस छींकने, खांसने, बात करने और नाक और मुंह से बिना लक्षण वाली छींक से फैलता है।
संक्रामक वातावरण: ज्यादातर मामलों में, नदी के मौसम में आई फ्लू का प्रसार अधिक होता है। सर्दियों में लोग एक-दूसरे के आसपास अधिक समय बिताते हैं और इससे वायरस फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली: जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, उनमें इन्फ्लूएंजा से आसानी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर छोटे बच्चे, बूढ़े, गर्भवती महिलाएं और अन्य चिकित्सीय समस्याओं वाले लोग इससे अधिक प्रभावित होते हैं।
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टीके की कमी: इन्फ्लूएंजा रोग से बचाव के लिए टीका एक प्रभावी तरीका है। अगर किसी व्यक्ति ने इस वायरस से बचाव के लिए टीका नहीं लगवाया है तो उन्हें इससे संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
अपर्याप्त व्यायाम और स्वयं की देखभाल: यदि आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते हैं, अपर्याप्त व्यायाम करते हैं या स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते हैं, तो आपको इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
इन कारणों से, आई फ्लू आमतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और अन्य संवेदनशील व्यक्तियों में फैलता है। इसलिए इस बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण और स्वच्छता के जरिए सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी है।
आई फ्लू के लक्षण:-
आई फ्लू के लक्षण आँखों में खुजली, रेड रंग की आँखें, पानी या पुस का निकलना, अन्य विषाणुओं से आने वाले संक्रमण के कारण आँखों का फूलना और सूजन शामिल हो सकती है। इसमें आँखों की जलन और असहजता भी हो सकती है। यह संक्रमण एक से दो आँखों में हो सकता है और यह आम तौर पर आँख से आँख फैलता है।
आई फ्लू के घरेलु उपचार और प्राकृतिक उपाय:-
आई फ्लू के घरेलु उपचार निम्नलिखित हैं:
गुलाब जल (Rose Water): गुलाब जल को आँखों पर लगाने से उन्हें ठंडक मिलती है और आपके आँखों के संक्रमण का संक्षेपण होता है।
आँवला (Amla): आँवले के रस को पानी में मिलाकर आँखों को धोने से उन्हें उपचारित किया जा सकता है। आँवले में विटामिन सी होता है, जो आँखों की सेहत को बढ़ावा देता है।
तुलसी (Holy Basil): तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उसे ठंडा करें और फिर उसे आँखों पर लगाएं। यह आँखों के संबंधित संक्रमण को कम करने में मदद करता है।
गुलाबी आंवला (Rosehip): गुलाबी आंवले को पानी में उबालकर उसे आँखों पर लगाएं। यह आँखों की सूजन को कम करने और उन्हें शांति देने में मदद करता है।
सहजन (Moringa): सहजन के पत्तों का रस निकालकर उसे आँखों पर लगाएं। यह आँखों की खुजली और संबंधित दर्द को कम करने में मदद करता है।
आंवला घृत (Amla Ghee): आंवले के साथ घी को मिलाकर बनाया गया घृत आँखों के संक्रमण को ठीक करने में मदद कर सकता है। इसे आँखों के आसपास लगाएं और सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल करें।
आई फ्लू के घरेलू उपचार के अलावा, आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करना भी महत्वपूर्ण है। यदि संक्रमण गंभीर है या घरेलू उपायों से लाभ नहीं मिल रहा है, तो आपको चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
आई फ्लू के घरेलू उपचार से होने वाली कुछ सावधानियां:
आँख फ्लू या कंजक्टाइवाइटिस एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए आपको इसे फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। आई फ्लू के घरेलु उपचार निम्नलिखित सावधानियां ध्यान रखें:
हाथों का साबुना धोएं: आई फ्लू के लक्षणों से पीड़ित होने पर आपको अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए, ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम हो।
आँखों को छूने से बचें: आँख फ्लू से पीड़ित व्यक्ति के साथ संपर्क से बचें। यदि आपके पास आँख फ्लू के लक्षण हैं, तो अन्य लोगों को आपसे दूर रहने की सलाह दें।
आँखों को हाथ से न छूएं: आपको अपनी आँखों को अपने हाथों से न छूने का प्रयास करना चाहिए। यदि आपके हाथ पर संक्रमण है और आप आँखों को छूते हैं, तो संक्रमण आपकी आँखों में फैल सकता है।
संगठित रूप से हैंडवाश करें: अपने हाथों को संगठित रूप से साबुन से धोना और सुखाने का प्रयास करें। इससे संक्रमण के फैलने का खतरा कम होता है।
आंखों को स्वच्छ रखें: अपनी आँखों को स्वच्छ रखने के लिए नियमित रूप से ठंडे पानी से धोएं। यदि आपकी आँखों में कंजक्टाइवाइटिस के लक्षण हैं, तो आँखों को बार-बार स्वच्छ करने का प्रयास करें।
अपने आँखों को अलग रखें: आँख फ्लू से पीड़ित होने पर, आपको अपने आँखों को दूसरी वस्तुओं से अलग रखने का प्रयास करना चाहिए। अपनी आँखों को हमेशा स्वच्छ और सुरक्षित रखने का ध्यान रखें।
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आँख फ्लू या कंजक्टाइवाइटिस एक संक्रामक आँखों का संक्रमण है जिसमें आँखों में खुजली, रेड रंग की आँखें, पानी या पुस का निकलना, और सूजन शामिल होती हैं। आई फ्लू के घरेलु उपचार और प्राकृतिक उपायों का प्रयोग करके आप इस संक्रमण से राहत पा सकते हैं। यदि लक्षण गंभीर हैं या उपचार द्वारा लाभ नहीं मिल रहा है, तो चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें। आपके चिकित्सक आपके लक्षणों का सही कारण निर्धारित करके उचित उपचार प्रदान करेंगे।
आई फ्लू के घरेलु उपचार से सम्बंधित कुछ प्रश्न:-
Q.1आई फ्लू के घरेलू उपचार क्या हैं?
ans.रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं।गर्म पानी में नींबू का रस, शहद और नमक मिलाकर पिएं।
सोंठ का काढ़ा बनाकर पियें।
Q.2घरेलू उपचारआई फ्लू के लक्षणों को कम करने में कैसे मदद कर सकते हैं?
ans.ठंड लगने पर गर्म पानी से नहाना और गर्म कपड़े लपेटना।ठंडी चीजें खाने या पीने से बचें.अधिक आराम करना और पर्याप्त नींद लेना।पर्याप्त पानी पीना,अदरक, तुलसी, नींबू और शहद जैसे घरेलू उपचारों का सेवन करें, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।
Q.3ऐसे कौन से घरेलू उपचार हैं जो घर पर ही आई फ्लू की उपयुक्त दवा बनाने में सहायक हो सकते हैं?
ans.गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करना और गले को साफ करना।अदरक, तुलसी, शहद और नींबू के रस के मिश्रण का सेवन करें।काढ़ा बना रहे हैं, जिसमें तुलसी, अदरक, लौंग, इलायची, दालचीनी और गुड़ है।प्याज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और इसका सेवन करें।
नोट:-हेल्लो दोस्तों मेरा नाम शुभम है अगर आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज हमारे whatsapp ग्रुप को जरुरु ज्वाइन करे, यहाँ हम कई विषयों पर आपसे कई प्रकार कि जानकारी शेयर करते है तो प्लीज ग्रुप ज्वाइन करे ,लिंक नीचे दी गयी है और अगर मुझसे आर्टिकल लिखते समय कोई गलती हो गयी हो तो उसके लिए मुझे माफ़ करे …में अपनी गलती सुदारने कि पूरी कोशिश करूँगा।thank you…
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